Friday, November 1, 2024
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उत्तर प्रदेश विकास, उद्योग एवं रोजगार के क्षेत्र में नई ऊंचाई छू रहा है: संदीप सिंह

मथुरा। उत्तर प्रदेश सरकार के सुशासन, विकास एवं रोजगार के सफलता पूर्वक छः वर्ष पूर्ण होने पर बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज, मथुरा के सभागार में आयोजित भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बेसिक शिक्षा विभाग संदीप सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर मंत्री जी, विधायकों, जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी ने प्रदेश सरकार के सफल छः वर्ष पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंत्री जी ने प्रदेश सरकार द्वारा छः वर्ष में कराये गये कार्याे की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी एवं मा0 मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयास से आज उत्तर प्रदेश विकास, उद्योग एवं रोजगार के क्षेत्र में नई ऊंचाई छू रहा है और आने वाले समय में प्रदेश, उत्तम प्रदेश के स्थान पर सर्वाेत्तम प्रदेश बनेगा।
प्रदेश सरकार द्वारा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, शौचालय, पेंशन, छात्रवृत्ति, राशन, कृषि यंत्र आदि का लाभ उपलब्ध कराने के साथ साथ अनेक योजनाओं से शिक्षित नवयुवक-युवतियों को व्यापक स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराकर आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है। उ0प्र0 में व्यापक स्तर पर उद्योगों की स्थापना की जा रही है और इससे प्रदेश के अधिक से अधिक युवा रोजगार से लाभान्वित होगें।जनपद में मुख्यमंत्री जी के दिशा निर्देशानुसार सभी विकास एवं निर्माण कार्याे को तेजी से कराने के साथ भारत एवं प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज में सबसे नीचे पायदान पर जीवन यापन करने वालें लोगों को प्राथमिकता पर दिया जा रहा है। कार्यक्रम में मंत्री जी तथा विधायकों ने होनहार छात्र-छात्रओं को स्मार्ट फोन एवं टैबलेट तथा एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत उद्योग विभाग के लाभार्थियों को टूल किट वितरण किये। मंत्री जी ने कहा कि मथुरा एक एतिहासिक नगर है। मथुरा जनपद पूर्व काल से ही ब्रह्मर्षि देश, शूरसेन, मथुरा मण्डल एवं ब्रज की प्रमुख राजधानी रहा। वैदिक युग में यह मधुरा या मधुपुरी नाम से अस्तित्व में था। यहाँ पर मधु राजा का राज्य था। इसके आस-पास का क्षेत्र मथुरा मण्डल कहलाता था। मथुरा मण्डल रूपान्तरित होकर समय के प्रभाव में परिवर्तित होते-होते मथुरा के नाम से प्रसिद्ध हुआ। दूसरी एवं तीसरी शताब्दी में बौद्ध धर्म के एक प्रमुख केन्द्र के रूप में मथुरा का उल्लेख चीनी यात्री फाहृयान (401-410 ई0) ने अपने यात्रा विवरण में किया है। इसी प्रकार 12 एवं 19 वें जैन तीर्थांकर नेमीनाथ एवं मल्लीनाथ के जन्म एवं कर्म कल्याणक मथुरा भूमि में सम्पन्न हुये। इस प्रकार एक महत्वपूर्ण जैन तीर्थ के रूप में मथुरा की पर्याप्त प्रसिद्धि रही है। 16 वीं शताब्दी में ब्रज काव्य, संगीत व ललित कलाओं के सांस्कृतिक पुनरोत्थान का केन्द्र बना। महाप्रभु बल्लभाचार्य, रूप, चेैतन्य महाप्रभू, सनातन स्वामी हरिदास जी आदि संतों ने ब्रज को अपनी कर्म स्थली बनाया व ब्रजभाषा को अपनी रचनाओं से समृद्ध किया। वर्तमान मथुरा नगर व आस-पास का क्षेत्र ब्रजभूमि के नाम से जाना जाता है। प्राचीन सूरसेन की राजधानी था। श्री कृष्ण भगवान की जन्मभूमि/लीलास्थली होने के कारण मथुरा जनपद उत्तर प्रदेश का प्रमुख जनपद होने के साथ-2 भारत में ही नही बल्कि सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है।मथुरा जनपद में प्रत्येक वर्ष लाखों श्रद्धालु, पर्यटकों के आने के कारण बहुत से परिवारों का जीविकोपार्जन इसी पर निर्भर करता है साथ ही यहाँ के सामाजिक एवं आर्थिक ढाँचे पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। जनपद में हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आदि सभी धर्म व सम्प्रदाय के व्यक्ति भाईचारे के साथ निवास करते हैं। भगवान श्री कृष्ण के जन्म एवं उनकी बाल लीलाओं के लिए प्रसिद्ध है। यहां अनको प्रसिद्ध मन्दिर है। श्री कृष्ण जन्मस्थान, श्री बांके बिहारी जी, द्वारिकाधीश, भूतेश्वर महादेव, रंगनाथ, पागल बाबा, राधा रमण के अतिरिक्त गोकुल, महावन, बल्देव, गोवर्धन, बरसाना, नन्दगांव आदि दर्शनीय स्थल है।
मंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश ब्रजतीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया, जिसके द्वारा जनपद मथुरा में विभिन्न विकास कार्य हो रहे हैं। धार्मिक नगरी होने का सौभाग्य प्राप्त जनपद मथुरा देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए आर्कषण का केन्द्र है। जनपद मथुरा में बेहतर रोड़ कनेक्टविटी है, जिससे उद्योगों को प्रोत्साहन मिलता है और रोजगार सृजन होता है। मथुरा में आयुष्मान भारत जनारोग्य के अन्तर्गत 92320 परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाये गये हैं तथा 55 पंजीकृत चिकित्सालयों में आयुष्मान भारत योजनान्तर्गत 12490 लाभार्थियों को उपचार प्रदान करते हुए लभगभ 17 हजार करोड़ का भुगतान जनपदीय चिकित्सालयों को किया गया। 21688 महिलाओं के जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत सरकारी संस्थानों में संस्थागत प्रसव कराये गये।
पशुपालन के क्षेत्र में 18091 निराश्रित व बेसहारा गौवंशों को 54 अस्थाई/स्थाई गौआश्रय स्थलों में संरक्षित किया गया तथा 16 नवीन गौ आश्रय स्थलों का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया। सहार, सिहाना एवं रूप नगर में 03 बृहद गौ संरक्षण केन्द्रों का निर्माण किया गया। 57816 पशुओं का कृत्रिम गर्भधान तथा 1741205 विभिन्न प्रकार के पशुओं के टीके लगाये गये। 354 जोड़ों को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत लाभान्वित किया गया, 4789 को राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन दी गई, 14965 दिव्यांगजनों को दिव्यांग पेंशन से लाभान्वित किया गया, 150 ट्राईसाइकिल, 20 बैसाखी एवं 05 व्हीलचेयर दिव्यांगजनों को वितरण किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अन्तर्गत 6460 लाभार्थियों को आवास दिये गये। 3740 स्मार्ट फोन एवं 1068 टैबलेट छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराये गये। 17 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया, जिसमें 1348 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत 52168 बच्चों का नामांकन हुआ। स्वामित्व योजना घरौनी के अन्तर्गत 488 ग्रामों के ग्रामीण आवासीय अभिलेख तैयार कर वितरित किये गये।
कार्यक्रम में विधायक गोवर्धन मेघश्याम सिंह, विधायक बल्देव पूरन प्रकाश, विधायक मांट राजेश चौधरी, एमएलसी ओमप्रकाश सिंह, जिलाध्यक्ष मधु शर्मा, महानगर अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, सांसद प्रतिनिधि जर्नादन शर्मा, मंत्री प्रतिनिधि नरदेव चौधरी जिलाधिकारी पुलकित खरे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, उपायुक्त उद्योग रामेन्द्र कुमार, पीडी अरूण कुमार उपाध्याय तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों और पत्रकार बन्धु मौजूद रहे।